
फैटी लिवर रोग की जटिलताएं क्या हैं?
फैटी लिवर रोग: एक नजर
फैटी लिवर रोग (Fatty Liver Disease) एक आम लेकिन धीरे-धीरे बढ़ने वाली लिवर संबंधित समस्या है, जिसमें लिवर की कोशिकाओं में वसा (fat) जमा हो जाती है। हालांकि शुरुआती चरण में यह बीमारी बिना लक्षणों के रह सकती है, लेकिन समय के साथ यह कई गंभीर जटिलताओं (complications) का कारण बन सकती है, खासकर यदि इसका निदान और इलाज समय पर न किया जाए।
फैटी लिवर की संभावित जटिलताएं
1. नॉन-अल्कोहोलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH)
जब फैटी लिवर में सूजन आ जाती है, तो यह स्थिति NASH कहलाती है। यह लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है और यदि बिना इलाज के छोड़ दिया जाए तो यह आगे बढ़ सकती है।
2. फाइब्रोसिस (Fibrosis)
यह स्थिति तब होती है जब लिवर की सूजन के कारण उसमें स्कार टिशू (दाग) बनना शुरू हो जाता है। यह लिवर की संरचना और कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।
3. सिरोसिस (Cirrhosis)
फैटी लिवर रोग की सबसे गंभीर स्थिति सिरोसिस होती है। इसमें लिवर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाता है और यह लिवर फेल्योर या लीवर कैंसर में भी बदल सकता है।
सिरोसिस के लक्षण:
- थकावट और कमजोरी
- पीलिया (त्वचा और आंखों में पीलापन)
- पेट और पैरों में सूजन
- रक्तस्राव या ब्रूज़िंग
- मानसिक भ्रम (Hepatic Encephalopathy)
4. लिवर कैंसर (Liver Cancer – Hepatocellular Carcinoma)
फैटी लिवर से सिरोसिस के बाद लिवर कैंसर का खतरा बहुत बढ़ जाता है। इसलिए समय पर जांच और उपचार जरूरी है।
5. लिवर फेल्योर (Liver Failure)
लंबे समय तक फैटी लिवर, विशेष रूप से NASH और सिरोसिस की स्थिति में, लिवर अपनी कार्यक्षमता खो सकता है और यह स्थिति जानलेवा हो सकती है।
6. अन्य स्वास्थ्य जोखिम
फैटी लिवर केवल लिवर तक ही सीमित नहीं है। यह अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ाता है, जैसे:
- टाइप 2 डायबिटीज
- हृदय रोग (Cardiovascular Diseases)
- किडनी फेल्योर
इन जटिलताओं से बचाव कैसे करें?
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम
- शराब से दूरी
- वजन नियंत्रित रखना
- नियमित हेल्थ चेकअप और लिवर स्कैन
- डॉक्टर की सलाह से इलाज शुरू करना
निष्कर्ष
फैटी लिवर रोग की जटिलताएं गंभीर और कई बार जानलेवा हो सकती हैं। यदि समय रहते इस रोग का पता लगा लिया जाए और उचित जीवनशैली अपनाई जाए, तो इन जटिलताओं से आसानी से बचा जा सकता है।